सोहणा श्रृंगार मैया फूलों का हार मैया
कितना सोहणा लागे जी ओ मैया जी !
तुम ही हो जग की माता तुम ही हो भाग्य विधाता
ममता मई तेरी अखियां जी ओ मैया जी !!
दर्शन को तरसे अखियां अब तो आ जाओ मैया
कितना इंतजार करूं जी ओ मैया जी !!!
कितना सोहणा लागे जी ओ मैया जी !
तुम ही हो जग की माता तुम ही हो भाग्य विधाता
ममता मई तेरी अखियां जी ओ मैया जी !!
दर्शन को तरसे अखियां अब तो आ जाओ मैया
कितना इंतजार करूं जी ओ मैया जी !!!